पाकिस्तानी सैनिकों के हमले में घायल 24 वर्षीय बीएसएफ जवान गुरनाम सिंह शनिवार देर रात शहीद हो गए। गुरनाम कल सुबह घायल हो गए थे जब पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें निशाना बनाया।
गुरनाम का राजकीय मेडिकल कालेज अस्पताल में इलाज चल रहा था। गुरनाम कल सुबह घायल हो गए थे जब पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें निशाना बनाया क्योंकि कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ के बड़े प्रयास को नाकाम करने में उनकी अहम भूमिका रही थी।
उनकी बहन गुरजीत कौर ने कहा था कि उनके भाई की स्थिति गंभीर है और सरकार को उन्हें राज्य से बाहर किसी बड़े अस्पताल में दाखिल कराना चाहिए।
बीएसएफ के आईजी डीके उपाध्याय ने कहा कि मैं कॉन्सटेबल गुरनाम की बहादुरी की प्रशंसा करता हूं। 19-20 अक्टूबर की रात जब आतंकी ने घुसने की कोशिश की थी, तो ये कॉन्सटेबल गुरनाम ही थे जिन्होंने आतंकियों को भागने पर मजबूर किया था। शायद गुरनाम ही उनका निशाना था, क्योंकि उसने पहले भी पाकिस्तान का मिशन फेल किया था। 24 वर्षीय गुरनाम साल 2010 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे और जम्मू के अर्निया के रहने वाले थे।
कठुआ जिले में बोबिया के हीरानगर सेक्टर में बीएसएफ की चौकी पर पाकिस्तान की ओर से की गयी गोलीबारी में कांस्टेबल गुरनाम सिंह घायल हो गए थे। न्यूज एजेंसी एएनआई ने बीएसएफ के हवाले से लिखा है कि हीरानगर सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की फायरिंग का कड़ा जवाब देते हुए बीएसएफ ने पाकिस्तानी रेंजर के सात जवान ढेर कर दिए हैं। इसके साथ ही एक आतंकी भी इस फायरिंग में मारा गया। इस फायरिंग में बीएसएफ का एक जवान भी घायल हो गया है।
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